आज के समय में इंटरनेट दुनिया का एक अहम हिस्सा बन चूका है, आज इंसान की लगभग सभी जरूरतें इंटरनेट से पूरी हो जा रही। जब से इंटरनेट का अबिष्कार हुआ है तभी से यह दुनिया की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक बन चुका हैं। आज विश्व की लगभग सभी चीजों को इंटरनेट से जोड़ दिया गया है और लगभग हर बड़ा बिजनेस आज इंटरनेट पर ही टिका हुआ है।
Google ka Avishkar |
क्या आप जानते है की इंटरनेट के अंतर्गत ही कुछ ऐसे अविष्कार हुए है जिसकी वजह से आज इंटरनेट इतना पॉपुलर हो पाया है, इन्ही अविष्कारों में से एक Google ka Avishkar भी है। गूगल के बारे में लगभग आज हर व्यक्ति जानता है और इसका इस्तेमाल दिन में कभी न कभी एक बार जरूर करता है।
आज के समय दुनिया के हर टेक्नोलॉजी की फील्ड में गूगल का अपना एक अलग ही वर्चस्प है और यह बहुत से डिजिटल चित्रों में अपना योगदान दे रहा है लेकिन गूगल को दुनिया का हर व्यक्ति एक सर्च इंजन रूप में जनता है और यही इसकी असली पहचान भी है।
भले ही यह आज Google दुनिया के हर डिजिटल फील्ड में काम कर रही हो लेकिन इसकी शुरुआत एक सर्च इंजन के रूप में हुयी थी जो लोगों द्वारा सर्च किये गए क्वेरी को ऑनलाइन एनालाइज करके उन्हें ढूंढने में मदद करती थी। लेकिन क्या आप जानते है की Google ka Avishkar किसने किया और Google ka Avishkar कब हुआ। अगर नहीं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े क्यूंकि हम इस आर्टिकल के माध्यम से Google ka Avishkar किसने किया के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे है।
Google क्या है?
Google ka Avishkar केलिफोर्निया के Larry Page और Sergey Brin ने मिलकर किया था जो की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र थे। जब इन्होंने गूगल का आविष्कार किया गया था तब इसका नाम Googol रखा गया था लेकिन Spelling Mistake होने की वजह से इसका नाम Google हो गया और आज यही इसका ब्रांड नाम भी है।
Larry Page और Sergey Brin ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर इंजीनियरिंग से पीएचडी कर रहे थे इसी दौरान इन्होने एक रिसर्च प्रोजेक्ट के तौर पर गूगल की शुरुआत की थी। लेकिन आज इसके प्रचलित होने के बाद ये दोनों गूगल के सबसे बड़े शेयर होल्डर्स में से एक है। इनके आलावा गूगल के एक तीसरे संस्थापक भी जिन्होंने गूगल का अधिकतर कोड टाइप किया था, उनका नाम Scott Hassan था लेकिन गूगल एक कम्पनी के रूप में स्थापित हो उससे पहले ही उन्होंने इस प्रोजेक्ट को छोड़ दिया था।
Scott Hassan का गूगल के आविष्कार में महत्वपूर्ण योगदान था लेकिन इनकी रूचि रोबोटिक्स फील्ड में थी इसी की वजह इन्होने इस प्रोजेक्ट को बिच में ही छोड़ दिया था और साल 2006 में ‘Willow Garage’ नाम से एक कम्पनी की स्थापना की थी। इसीलिए इन्हे आधिकारिक रूप से इसका फाउंडर नही माना जाता।
दोस्तों Google ka Avishkar आर्टिकल के माध्यम से मैंने आपलोगो को गूगल का आविष्कार किसने किया के बारे में पूरी जानकारी दी है। इसके आलावा मैंने इसके कार्य प्रणाली के बारे में भी आपको बताया है। इसके आलावा यदि आपका कोई सवाल रह जाता है तो आप कमेंट के माध्यम से अपना सवाल पूछ सकते है।
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